कोरोनावायरस के डर के चलते चीनी कंपनियों के स्टॉल भारतीय संभालेंगे, चीनी डेलिगेशन के आने पर भी रोक

ग्रेटर नोएडा में 7 फरवरी से शुरू होने वाली ऑटो एक्सपो में इस बार चीनी कंपनियां तो देखने को मिलेगी लेकिन कोरोनावायरस के डर के कारण चीन के लोगों पर पाबंदी रहेगी। मंगलवार को इस बात की जानकारी शो को आयोजित कर रही सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सियाम) ने दी। आम लोगों के लिए इवेंट 7 से जबकि मीडिया के लिए दो दिन का खास इवेंट 5 और 6 फरवरी को ग्रेटर नोएडा में है।

भारत ने चीन के नागरिकों और वहां से आने वाले विदेशियों के लिए ई-वीजा भी निलंबित कर दिया है। चीन में मंगलवार तक कोरोनावायरस से 426 लोगों की मौत हो चुकी है और अब तक 20,383 मामलों की पुष्टि हुई है। के प्रेसिडेंट राजन वढेरा ने एक बयान जारी करके कहा कि 2020 के इवेंट में जितनी भी चीनी कंपनियां भाग ले रही हैं उनके स्टॉल्स को कंपनियों के भारतीय प्रतिनिधि संभालेंगे और चीनी नागरिकों को उनसे दूर रखा जाएगा। चीन से न कोई विजिटर्स आएंगे और न ही किसी डेलिगेशन को आने की अनुमति होगी। इसके अलावा आयोजक हर तरह से सावधानी बरत रहे हैं और उपाय कर रहे हैं ताकि कारोनावायरस फैलने का खतरा न रहे। इवेंट में आने वाले दर्शकों को हाथ-मुंह साफ करने के लिए सैनिटाइजर्स की विशेष व्यवस्था की जा रही है और उन्हें संक्रमण के प्रति जागरुक भी किया जाएगा।


कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण एयर इंडिया भी 7 फरवरी के बाद हॉन्गकॉन्ग जाने वाली उड़ानों पर रोक लगाएगा। सात फरवरी को एयर इंडिया का विमान एआई314 अंतिम बार हॉन्गकॉन्ग के लिए उड़ान भरेगा। इससे पहले इंडिगो एयरलाइंस ने कोलकाता और चीन के गुआंगझोउ के बीच 6 से 27 फरवरी के बीच उड़ानों का संचालन स्थगित करने की घोषणा की थी।


चीनी कंपनियों की एक्सपो में 20 फीसदी हिस्सेदारी


बता दें कि चीनी ऑटोमोबाइल कंपनी ने भारतीय ऑटो एक्सपो 2020 में करीब 20 फीसदी स्पेस खरीद रखा है। इसके अलावा प्रगति मैदान में होने वाले ऑटो कंपोनेंट एक्सपो में करीब 200 से ज्यादा चीनी एक्जीबिटर्स शामिल हो रहे हैं। आयोजकों की मानें, तो करीब 80 फीसदी एक्जीबिटर्स और उनके वाहन आयोजन स्थल पर पहुंच चुके हैं। ऐसे में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा कम है। चीनी कंपनी एमजी मोटर्स ने कहा कि उनके सारे व्हीकल पहले से भारत पहुंच चुके हैं और अब कोई टीम भारत नहीं आ रही है।