सर्द मौसम के मज़े को कुछ कम करने लगी हैं परीक्षाओं की आहटें। ख़ैर आनी तो हैं ही, तो क्यों न बच्चों को समझाया जाए कि इस बार तैयारियों को कुछ अलग ढंग से करें। इसमें आप अभिभावक भी मदद कर सकते हैं। परीक्षाओं की घोषणा बस, होने वाली हैं। टाइम टेबल आ जाएगा और चिंताएं बढ़ जाएंगी। उस पर से सर्दी का मौसम, जिसमें अमूमन बच्चों का मन पढ़ाई से हट जाता है। पर परीक्षा के लिए मन लगाकर पढ़ाई करना भी ज़रूरी है। इसके लिए योजना और रूपरेखा काफ़ी पहले से बनानी पड़ती है। परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन के लिए कैसे समय और क्षमता का सही और सटीक उपयोग करना है, जानिए और बच्चों को भी बताइए।
इन तरीकों को अपनाएं
अभी सही समय
अभी तक जो तैयारियां की हैं उनके रिवीजन की तैयारी करने का सही समय आ गया है। परीक्षा के दो महीने पहले सभी विषयों का रिवीजन करना शुरू करें। आपके पास ये जानने का काफ़ी समय होगा कि आपने कितने विषय पढ़ लिए हैं और कितने पढ़ना अभी बाकी हैं। लिखलिखकर याद करें। इससे पाठ लंबे समय तक याद रहते हैं और लिखने की गति भी सुधरती है।
पढ़ाई के बीच न लाएं आराम
ठंड के मौसम में सबसे आरामदायक जगह होती है घर का बिस्तर। बिस्तर पर लेटकर पैर फैलाया और रजाई ओढ़ी नहीं कि नींद आ जाती है। ऐसे में बिस्तर-रज़ाई में बैठकर किताबें खोलने से बेहतर है कि कुर्सी और टेबल पर बैठकर पढ़ा जाए। इसके अलावा ज़मीन पर चटाई बिछाकर आलती-पालथी मारकर भी बैठ सकते हैं। ठंड है इसलिए टोपी, मोज़े, स्वेटर, दस्ताने पहनकर शरीर को पूरा ढकें। सर्दी से बचें, पढ़ाई से नहीं।
कब और कितना पढ़ना सही
अधिकांश लोग सुबह जल्दी उठकर पढ़ने पर ज़ोर देते हैं तो कुछ देर रात तक। सुबह के समय न तो किसी तरह का शोर होता है और न कोई प्रदूषण। शांत और शुद्ध वातावरण में स्मरण किया गया पाठ जल्दी याद होता है और ज़्यादा समय तक याद रहता है। हालांकि आपको किस समय पढ़ना है ये आपकी सुविधा और सामर्थ्य पर निर्भर करता है। कुछ लोग लगातार और दिनभर पढ़ते हैं। इतना पढ़ें कि थकान न हो।
रचनात्मक तरीक़ा चुनें
कुछ नोट्स कॉपी पर तो कुछ चार्ट्स पर बनाए जाते हैं। चार्ट पेपर पर ज़रूरी डायग्राम, बिंदु, फॉर्मूले, परिभाषाएं या समीकरण लिखकर स्टडी टेबल के पास वाली दीवार पर चिपकाएं। इन पर बार-बार नज़र पड़ने पर रिवीजन होता रहेगा, जिससे विषय अच्छी तरह से याद हो जाएंगे। यूट्यूब या स्टडी एप्स के ज़रिए अलग-अलग विषय के नोट्स तैयार कर सकते हैं। इसके साथ ही परीक्षा के समय फ्लैश कार्ड्स बना सकते हैं। इसमें सिर्फ़ उतनी ही जानकारी लिखनी होती है जिसे पढ़ने के बाद टॉपिक से सम्बंधित बाक़ी चीज़ें याद आ जाएं।
ज़रूरी स्टडी मटेरियल
पढ़ाई करने और याद रखने के लिए नोट्स तैयार करना बेहद ज़रूरी होता है। लेकिन नोट्स किस तरह बनाने हैं इस बारे में जानना भी आवश्यक है। नोट्स बनाते समय टॉपिक और उससे जुड़ी ख़ास जानकारियों को पॉइंट्स में लिखें। इसके अलावा उन्हें अलग-अलग रंगों का इस्तेमाल कर हाईलाइट करें। इससे याद रखने में आसानी होगी।